उत्तराखंड में अक्टूबर से कानून की नजर में सब होंगे एक समान
UCC फ्रेंडली पोर्टल का काम 90% पूरा हुआ
उत्तराखंड हरिद्वार बृहस्पतिवार 4 जुलाई 2024
उत्तराखंड में अक्टूबर से कानून की नजर में सभी एक समान होंगे अलग-अलग धर्म के पर्सनल लॉ समाप्त करके मुख्य तौर पर शादी तलाक लाइव इन रिलेशनशिप और वसीयत के नियम सभी के लिए एक जैसे होंगे इसके लाभ जिस पोर्टल के जरिए आम लोगों को मिलेंगे उसे पोर्टल को यूजर फ्रेंडली बनाने का तकनीकी काम लगभग 90 फ़ीसदी पूरा हो चुका है पोर्टल का ऐप भी विकसित किया जा रहा है
यूनिफॉर्म सिविल कोड की नियमावली बना रही समिति आगामी अक्टूबर तक नियमों को लागू करने की तैयारी में है नियमावली बनाने का काम पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह की अध्यक्षता में गठित 9 सदस्य समिति कर रही है समिति को यह कार्य इसी साल फरवरी के दूसरे हफ्ते में दिया गया था लोकसभा चुनाव के बाद समिति तेजी से कम कर रही है एक तरफ UCC की नियमावली तैयार हो रही है दूसरी और इसे लागू करने के लिए पोर्टल तैयार करवाने के साथ-साथ कर्मियों को प्रशिक्षण देने का काम भी किया जा रहा है
इस एक्ट के तहत विवाह तलाक और लिव इन में रहने वालों के लिए पंजीकरण अनिवार्य है इसलिए पोर्टल पर तीनों के पंजीकरण की प्रक्रिया को यूजर फ्रेंडली बनाया जा रहा है इतना सरल सिस्टम बनाने की कोशिश है की इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला है स्वयं अपनी शादी तलाक या लाइव इन रिलेशन का पंजीकरण करवा सकेंगे जो लोग इंटरनेट या सिस्टम से सहज नहीं है वह कॉमन सर्विस सेंटर से इन सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे यह सेंटर उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्र की पहुंच में भी हैं मोबाइल से घर बैठे पंजीकरण के लिए मोबाइल एप्लीकेशन भी तैयार किया जा रहा है
यूनिफॉर्म सिविल कोड की नियमावली लागू करने के लिए राज्य सरकार ने अभी तक कोई तारीख निर्धारित नहीं की थी सिर्फ नियमों को जल्द लागू करने का दावा किया गया था इस बीच लोकसभा चुनाव भी हुए समिति के अनुसार यूनिफॉर्म सिविल कोड सीधे-सीधे आम लोगों से जुड़ा है जिसे पूर्ण तैयारी के साथ ही लागू किया जाना तय हुआ है इसकी नियमावली तैयार करने का काम लगभग 60 फ़ीसदी पूरा हो चुका है लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने वाले पोर्टल को यूजर फ्रेंडली बनाना जिस पर इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एजेंसी आईटीडीए का काम लगभग 90 फ़ीसदी पूरा हो चुका है