उत्तराखंड को रेल परियोजनाओं के लिए 5131 करोड़ का बजट
जून 2026 तक तैयार हो जाएगी ऋषिकेश कणप्रयाग रेल लाइन
उत्तराखंड हरिद्वार बृहस्पतिवार 25 जुलाई 2024
उत्तराखंड को इस बार रेल बजट से विभिन्न परियोजनाओं के लिए 5131 करोड़ का बजट मिलेगा | मंगलवार को जारी हुए बजट में इसका प्रावधान किया गया है | रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल प्रेस वार्ता में उत्तराखंड के रेल बजट , पांच रेल परियोजना , स्टेशनों को अमृत स्टेशन बनाने संबंधी विभिन्न जानकारियां दी |
ऋषिकेश कानपुर प्रयाग रेल लाइन की प्रगति पर रेल मंत्री ने बताया कि इसमें 213 किलोमीटर की सुरंगे हैं जिसमें से 171 किलोमीटर का कार्य पूरा हो चुका है बाकी का कार्य तेजी से चल रहा है | उन्होंने बताया कि इस परियोजना में सुरंग में बनाने के लिए जिन दो TBM यानी टनल बोरिंग मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है उनका नाम से और शक्ति रखा है | इस परियोजना का कार्य जून 2026 तक पूरा हो जाएगा , यह अपने आप में एक कीर्तिमान होगा | उन्होंने बताया कि रेलवे के लिए कुल 262000 करोड़ बजट कब प्रावधान किया गया है जिसमें से उत्तराखंड को 5131 करोड़ मिलेंगे |
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने टनल निर्माण चुनौती के बारे में बताते हुए कहा हिमालय के पहाड़ों में अधिकतम मिट्टी पाई जाती है जो सुरंग बनाने में मुश्किल पैदा करती है इसलिए यहां सुरंग बनाने के लिए हिमालय टनलिंग मेथड यानी HTM ईजाद किया गया है जिससे हिमालय के युवा पहाड़ों के भीतर संतुलित टनल बनाई जाती है | इसमें टनल बोरिंग के साथ ही कंक्रीट युक्त कर मजबूती दी जाती है |
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने प्रदेश के चार महत्वपूर्ण भविष्य की रेल परियोजनाओं के बारे में बताया बागेश्वर टनकपुर , बागेश्वर गैरसैण , ऋषिकेश उत्तरकाशी , और देहरादून सहारनपुर रेलवे लाइनों की डीपीआर बनाने का कार्य किया जा रहा है | इसके लिए अत्यधिक लीडर तकनीक से सर्वे किया जा रहा है | जैसे-जैसे काम शुरू होगा उसकी प्रगति भी जनता से साझा की जाएगी | इस बजट से इन परियोजनाओं को भी एक गति मिलेगी |
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया देहरादून , हरिद्वार जंक्शन , हरा वाला , काशीपुर जंक्शन , काठगोदाम , किच्छा , कोटद्वार , लाल कुआं जंक्शन , रामनगर , रुड़की और टनकपुर सहित 11 स्टेशनों को अमृत स्टेशनों के रूप में विकसित किया जाएगा | उन्होंने बताया कि राज्य में 2014 से 2024 तक 69 किलोमीटर के नए रेल ट्रैक बनाए गए हैं | इसी अवधि में 303 किलोमीटर की रेल लाइनों का विद्युतीकरण किया गया है | 2009 से 2014 के बीच यह आंकड़ा शून्य था | राज्य में 70 रेल ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण हो चुका है | फिलहाल 216 किलोमीटर की तीन रेल परियोजना रेलवे ट्रैक का काम चल रहा है जिसकी लागत 25941 करोड रुपए है |