उत्तराखंड में पहाड़ के लोग पीछे हैं बैंकों से उधार लेने में
उत्तराखंड हरिद्वार सोमवार 12 अगस्त 2024
पर्वतीय जिलों में रहने वाले लोग जितनी राशि बैंकों में जमा कर रहे हैं उसके अनुपात में वह लोन नहीं ले रहे हैं |
उधम सिंह नगर , हरिद्वार , चंपावत , नैनीताल जिलों की तुलना में राज्य के 6 पर्वतीय जिलों के लोग लोन लेने के मामलों में काफी पीछे हैं | इन जिलों में लोगों को 66 से 76 फ़ीसदी पैसा बैंकों में ही जम रहे जाता है और उसका वह अपने स्वरोजगार कारोबार सुविधा और संसाधन जुटाना में नहीं कर पाते हैं | पर्वतीय जिलों में 40 फ़ीसदी से भी कम लोन जमा अनुपात होने से सरकार भी चिंतित है इसीलिए कम सीडी अनुपात के करण की पहचान के निर्देश जारी किए गए हैं | अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त आनंद वर्धन के मुताबिक बैंकर्स समिति में सभी बैंकों को सीडी रेशों में सुधार करने के लिए कहा गया है | सीडी रेशों यह दर्शाता है कि बैंक अपना द्वारा निर्धारित जमा धनराशियों में से कितना उधार देता है |
बहुत कम अनुपात यह संकेत देता है की बैंक अपने ढांचे का पूरा उपयोग नहीं कर पा रहे हैं | यानी पर्वतीय क्षेत्रों में बैंकों से और अधिक सक्रियता दिखाने की अपेक्षा है ताकि उसका कारोबार बड़े और साथ ही स्थानीय लोग बैंकों से लोन योजनाओं का लाभ लेकर अपने जीवन स्तर में सुधार लाने का प्रयास करें | सरकार की चिंता की वजह यह है की स्वरोजगार से जुड़ी योजनाएं लोन आधारित है |
लोन जमा अनुपात कम होने का एक संकेत यह भी है की योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच रहा है इसलिए सरकार चाहती है की बैंक कम सीडी रेशों के करण की पहचान करें ताकि अंतर को आदर्श स्तर तक लाया जा सके |